चिंतामण विनायक जोशी (जन्म : पुणे, १९ जानेवारी १८९२; - पुणे, २१ नोव्हेंबर १९६३) हे विनोदी साहित्यासाठी प्रसिद्ध असलेले मराठी लेखक होते. पाली भाषेचा त्यांचा विशेष अभ्यास होता. बडोदे महाविद्यालयात ते पाली विषयाचे प्राध्यापक होते.
त्यांचे वडील विनायक रामचंद्र जोशी हे शिक्षक होते. त्यांनी आगरकर यांच्या सुधारक या वृत्तपत्राचे काही काळ संपादनही केले होते. सार्वजनिक काका म्हणून ओळखले जाणारे गणेश वासुदेव जोशी हे देखील जोश्यांच्याच घराण्यातले होते. चिं. वि. जोशी यांचे बहुतांशी लेखन हे विनोदी वाङ्मय असले तरी ते व्यावहारिक जीवनात ते धीरगंभीर प्रवृत्तीचे गृहस्थ होते. त्यांच्या मुलाचा अकाली मृत्यू झाला होता, त्यामुळे ते दुःखी असत.
दूरचित्रवाणीवरची ’चिमणराव-गुंड्याभाऊ’ ही मालिका खूप गाजली. मालिकेत चिमणरावांचे काम दिलीप प्रभावळकरांनी, गुंड्याभाऊचे बाळ कर्वे यांनी, चिमणरावांच्या पत्नीचे (कावेरीचे-काऊचे) स्मिता पावसकर यांनी, मैना या कन्येचे काम अरुणा पुरोहित यांनी तर मोरू व राघू या पुत्रांचे काम अनुक्रमे नीरज माईणकर व गणेश मतकरी यांनी केले होते. सुषमा तेंडुलकर, लक्ष्मीकांत बेर्डे, सुलभा कोरान्ने या व इतर बऱ्याच कलाकारांनी देखील या मालिकेत काम केले होते. या मालिकेच्या निर्मात्या विजया जोगळेकर-धुमाळे होत्या.
चिं.वि. जोशी यांच्या कथेवर सन १९४२ मध्ये 'सरकारी पाहुणे' नावाचा चित्रपट निघाला होता. त्याचे दिग्दर्शन मास्टर विनायक यांनी केले होते. चिमणरावांची भूमिका दामुअण्णा मालवणकर यांनी केली होती.
चिं.वि.जोशींच्या, संध्या बोडस-काणे व अलका जोशी-मांडके या नातींनी संकलित केलेले ’चि.वि. जोशी - साहित्यातले आणि आठवणीतले’ हे पुस्तक कॉन्टिनेन्टल प्रकाशनाने छापून प्रसिद्ध केले आहे. अक्षरधारा प्रकाशनाने 'विनोदाचे बादशहा चिं. वि जोशींचे निवडक विनोद' नावाचे एक अतिशय छोटे पुस्तक प्रकाशित केले आहे. विनोदांचे संकलन रवींद्र कोल्हे यांनी केले आहे.
चिं.वि. जोशी यांचे प्रकाशित साहित्य
नाव
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साहित्यप्रकार
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प्रकाशन
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प्रकाशन वर्ष (इ.स.)
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आणखी चिमणराव |
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देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन |
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आमचा पण गाव |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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आरसा |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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एरंडाचे गुऱ्हाळ |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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ओसाडवाडीचे देव |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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घरबसे पळपुटे |
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देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन |
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चार दिवस सुनेचे |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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चिमणचारा |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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चिमणरावांचे चऱ्हाट |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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चौथे चिमणराव |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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जातकातील निवडक गोष्टी |
बौद्धकथा |
सयाजी साहित्यमाला, बडोदे |
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तिसऱ्यांदा चिमणराव |
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देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन |
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थोडे कडू थोडे गोड |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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ना मारो पिचकारी |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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निवडक गुंड्याभाऊ |
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देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन |
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पाल्हाळ |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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बोरी बाभळी |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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बुद्ध संप्रदाय आणि शिकवण |
वैचारिक |
पुणे विद्यापीठ(बहिःशाल शिक्षण मंडळ) |
१९६३
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मेषपात्रे |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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मोरू आणि मैना |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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रहाटगाडगं |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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राईस प्लेट |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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लंकावैभव |
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देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन |
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वायफळाचा मळा |
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देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन |
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विनोद चिंतामणी |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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शाक्यमुनी गौतम |
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संचार |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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संशयाचे जाळे |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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सोळा आणे |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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स्टेशनमास्तर |
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देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन |
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हापूस पायरी |
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देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन |
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हास्य-चिंतामणी |
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कॉन्टिनेन्टल प्रकाशन |
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महाराष्ट्र साहित्य परिषद दरवर्षी एका विनोदी पुस्तकाला चिं.वि. जोशी यांच्या नावाचा पुरस्कार देते. आजवर हा पुरस्कार मिळलेले लेखक व त्यांची पुस्तके :-
- दीपा मंडलिक (दिवस असे की) - २०१८
- महेश केळूसकर (साष्-टांग नमस्कार) - २००१
- मंगेश तेंडुलकर
- मुकुंद टाकसाळे (
- श्रीकांत बोजेवार (तंबीदुराई) - २०१०
बाह्य दुवे
संदर्भ आणि नोंदी
मराठी साहित्यिक |
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