Infanterie-Regiment „Graf Kirchbach“ (1. Niederschlesisches) Nr. 46
|
Aktiv
|
5. Mai 1860 bis 1919
|
Staat
|
Preußen
|
Streitkräfte
|
Preußische Armee
|
Truppengattung
|
Infanterie
|
Ehemalige Standorte
|
Posen, Wreschen
|
Das Infanterie-Regiment „Graf Kirchbach“ (1. Niederschlesisches) Nr. 46 war ein Infanterieverband der Preußischen Armee.
Geschichte
Das Regiment wurde während der Roonschen Heeresreform am 5. Mai 1860 gegründet. Dazu wurden drei Bataillone des 6. Landwehr-Infanterie-Regiments in das neue Regiment überführt. In den folgenden Jahren wurden einige Kompanien an andere Regimenter abgegeben. 1914 wurde es im Rahmen des Ersten Weltkrieges mobilisiert.
Am 16. Juni 1871 ernannte Wilhelm I. den General der Infanterie Hugo von Kirchbach zum Regimentschef, der diese Stellung bis zu seinem Tod bekleidete. Zur Erinnerung an ihn trug das Regiment seit dem 27. Januar 1889 den Namen Infanterie-Regiment „Graf Kirchbach“ (1. Niederschlesisches) Nr. 46.
Verbleib
Nach dem Waffenstillstand verlegte das Regiment in die Heimat zurück, wurde zunächst über ab Ende Dezember 1918 in Wreschen und seit 12. Januar 1919 in Striegau demobilisiert und aufgelöst. In der Folgezeit bildeten sich verschiedene Freiformationen, die im Grenzschutz Ost zum Einsatz kam.
Die Tradition übernahm in der Reichswehr durch Erlass des Chefs der Heeresleitung General der Infanterie Hans von Seeckt vom 24. August 1921 die 11. Kompanie des 1. (Preußisches) Infanterie-Regiments in Gumbinnen.
Kommandeure
Bekannte Regimentsangehörige
Im Verlauf der Geschichte zählten etliche bekannte Personen zu den Angehörigen des Regiments. Unter anderem sind dazu bekannt:
Literatur
- Claus von Bredow, Ernst v. Wedel: Historische Rang- und Stammliste des Deutschen Heeres. Band 1,2. Biblio, Osnabrück 1972, ISBN 3-7648-0719-9.
- Gürtler: Geschichte des Infanterie-Regiments Graf Kirchbach (1. Niederschlesisches) Nr. 46. 1860 bis 1910. Verlag R. Eisenschmidt, Berlin 1910.
- Jürgen Kraus: Handbuch der Verbände und Truppen des deutschen Heeres 1914–1918. Teil VI: Infanterie. Band 1: Infanterie-Regimenter. Verlag Militaria, Wien 2007, ISBN 978-3-902526-14-4, S. 96–97.
- Max Zunehmer: Infanterie-Regiment Graf Kirchbach (1. Niederschlesisches) Nr. 46 im Weltkrieg 1914/1918. Bernard & Graefe, 1935.
- Günther Voigt.: Die Infanterie- bzw. Füsilierregimenter 13–60 der preussischen Armee. In: Dermot Bradley, Hans Bleckwenn (Hrsg.): Deutschlands Heere bis 1918. Ursprung und Entwicklung der einzelnen Formationen. Band 2. Biblio-Verlag, Osnabrück 1981, ISBN 3-7648-1199-4.
Weblinks
Einzelnachweise
- ↑ Günter Wegmann (Hrsg.), Günter Wegner: Formationsgeschichte und Stellenbesetzung der deutschen Streitkräfte 1815–1990. Teil 1: Stellenbesetzung der deutschen Heere 1815–1939. Band 2: Die Stellenbesetzung der aktiven Infanterie-Regimenter sowie Jäger- und MG-Bataillone, Wehrbezirkskommandos und Ausbildungsleiter von der Stiftung bzw. Aufstellung bis 1939. Biblio Verlag, Osnabrück 1992, ISBN 3-7648-1782-8, S. 149–150.
Infanterieregimenter des
Heeres im Deutschen Kaiserreich
Gardekorps:
Garde-Füsilier-Regiment |
zu Fuß:
1 |
2 |
3 |
4 |
5 |
Grenadiere:
1 |
2 |
3 |
4 |
5
Grenadiere:
1 |
2 |
3 |
4 |
5 |
6 |
7 |
8 |
9 |
10 |
11 |
12 |
100 |
101 |
109 |
110 |
119 |
123
Infanterie:
13 |
14 |
15 |
16 |
17 |
18 |
19 |
20 |
21 |
22 |
23 |
24 |
25 |
26 |
27 |
28 |
29 |
30 |
31 |
32 |
41 |
42 |
43 |
44 |
45 |
46 |
47 |
48 |
49 |
50 |
51 |
52 |
53 |
54 |
55 |
56 |
57 |
58 |
59 |
60 |
61 |
62 |
63 |
64 |
65 |
66 |
67 |
68 |
69 |
70 |
71 |
72 |
74 |
75 |
76 |
77 |
78 |
79 |
81 |
82 |
83 |
84 |
85 |
87 |
88 |
89 |
91 |
92 |
93 |
94 |
95 |
96 |
97 |
98 |
99 |
102 |
103 |
104 |
105 |
106 |
107 |
111 |
112 |
113 |
114 |
115 |
116 |
117 |
118 |
120 |
121 |
124 |
125 |
126 |
127 |
128 |
129 |
130 |
131 |
132 |
133 |
134 |
135 |
136 |
137 |
138 |
139 |
140 |
141 |
142 |
143 |
144 |
145 |
146 |
147 |
148 |
149 |
150 |
151 |
152 |
153 |
154 |
155 |
156 |
157 |
158 |
159 |
160 |
161 |
162 |
163 |
164 |
165 |
166 |
167 |
168 |
169 |
170 |
171 |
172 |
173 |
174 |
175 |
176 |
177 |
178 |
179 |
180 |
181 |
182
Füsiliere:
33 |
34 |
35 |
36 |
37 |
38 |
39 |
40 |
73 |
80 |
86 |
90 |
108 |
122
Infanterie des Ostasiatischen Expeditionskorps:
1. |
2. |
3. |
4. |
5. |
6.
Bayerische Infanterie:
Leibregiment |
1. |
2. |
3. |
4. |
5. |
6. |
7. |
8. |
9. |
10. |
11. |
12. |
13. |
14. |
15. |
16. |
17. |
18. |
19. |
20. |
21. |
22. |
23.
Zusätzliche Verbände im Ersten Weltkrieg
Infanterie:
183 |
184 |
185 |
186 |
187 |
188 |
189 |
190 |
192 |
193 |
329 |
330 |
331 |
332 |
333 |
334 |
335 |
336 |
341 |
342 |
343 |
344 |
345 |
346 |
347 |
351 |
352 |
353 |
354 |
357 |
358 |
359 |
360 |
361 |
362 |
363 |
364 |
365 |
368 |
369 |
370 |
371 |
372 |
373 |
374 |
375 |
376 |
377 |
378 |
380 |
381 |
389 |
390 |
391 |
392 |
393 |
394 |
395 |
396 |
397 |
398 |
399 |
400 |
401 |
402 |
403 |
404 |
405 |
406 |
407 |
408 |
409 |
410 |
411 |
412 |
413 |
414 |
415 |
416 |
417 |
418 |
419 |
420 |
421 |
422 |
423 |
424 |
425 |
426 |
427 |
428 |
431 |
432 |
433 |
434 |
437 |
438 |
439 |
442 |
443 |
444 |
445 |
446 |
447 |
448 |
449 |
450 |
451 |
452 |
453 |
454 |
455 |
456 |
457 |
458 |
459 |
460 |
461 |
462 |
463 |
464 |
465 |
466 |
467 |
468 |
469 |
470 |
471 |
472 |
473 |
474 |
475 |
476 |
477 |
478 |
479 |
603 |
604 |
605 |
609 |
610 |
613 |
614 |
615 |
616 |
617 |
618 |
619 |
620 |
621 |
622 |
623 |
624 |
625 |
626 |
627
Garde-Reserve-Infanterie:
1 |
2
Reserve-Infanterie:
1 |
2 |
3 |
5 |
6 |
7 |
8 |
9 |
10 |
11 |
12 |
13 |
15 |
16 |
17 |
18 |
19 |
20 |
21 |
22 |
23 |
24 |
25 |
26 |
27 |
28 |
29 |
30 |
31 |
32 |
34 |
35 |
36 |
37 |
38 |
39 |
40 |
46 |
48 |
49 |
51 |
52 |
53 |
55 |
56 |
57 |
59 |
60 |
61 |
64 |
65 |
66 |
67 |
68 |
69 |
70 |
71 |
72 |
73 |
74 |
75 |
76 |
77 |
78 |
79 |
80 |
81 |
82 |
83 |
84 |
86 |
87 |
88 |
90 |
91 |
92 |
93 |
94 |
98 |
99 |
100 |
101 |
102 |
103 |
104 |
106 |
107 |
109 |
110 |
111 |
116 |
118 |
119 |
120 |
121 |
122 |
130 |
133 |
201 |
202 |
203 |
204 |
205 |
206 |
207 |
208 |
209 |
210 |
211 |
212 |
213 |
214 |
215 |
216 |
217 |
218 |
219 |
220 |
221 |
222 |
223 |
224 |
225 |
226 |
227 |
228 |
229 |
230 |
231 |
232 |
233 |
234 |
235 |
236 |
237 |
238 |
239 |
240 |
241 |
242 |
243 |
244 |
245 |
246 |
247 |
248 |
249 |
250 |
251 |
252 |
253 |
254 |
255 |
256 |
257 |
258 |
259 |
260 |
261 |
262 |
263 |
264 |
265 |
266 |
267 |
268 |
269 |
270 |
271 |
272 |
273 |
440 |
441
Landwehr-Infanterie:
1 |
2 |
3 |
4 |
5 |
6 |
7 |
8 |
9 |
10 |
11 |
12 |
13 |
15 |
16 |
17 |
18 |
19 |
20 |
21 |
22 |
23 |
24 |
25 |
26 |
27 |
28 |
29 |
30 |
31 |
32 |
33 |
34 |
35 |
36 |
37 |
38 |
39 |
40 |
46 |
47 |
48 |
49 |
51 |
52 |
53 |
55 |
56 |
57 |
60 |
61 |
65 |
66 |
68 |
71 |
72 |
73 |
74 |
75 |
76 |
77 |
78 |
80 |
81 |
82 |
83 |
84 |
85 |
86 |
87 |
89 |
93 |
94 |
99 |
100 |
101 |
102 |
103 |
104 |
105 |
106 |
107 |
109 |
110 |
111 |
116 |
118 |
119 |
120 |
121 |
122 |
123 |
124 |
125 |
126 |
127 |
133 |
153 |
327 |
328 |
349 |
350 |
379 |
382 |
383 |
384 |
385 |
386 |
387 |
388 |
429 |
430 |
435 |
436
Bayerische Infanterie:
Königlich Bayerisches 16. Reserve-Infanterie-Regiment |
24 |
25 |
26 |
27 |
28 |
29 |
30 |
31 |
32
Gebirgsregimenter:
Königlich Württembergisches Gebirgs-Regiment